पिछले 10 सालों में आपका, आपके रिलेटिव्स का, आपके पड़ोसी का, आपके सोसाइटी के STANDARD OF LIVING में पॉजिटिव ग्रोथ हुई है, इस बात में आप जरूर एग्री करोगे!
ये तब हुई है जब आप रोज रोज यह कंप्लेन कर रहे हो कि:
महंगाई बढ़ रही है, पेट्रोल, डीजल, गैस सब महंगा हो गया।
2 मिनट के लिए आंख बंद करो, पास्ट में जाओ और सोचो की आपके खाने पीने का बजट, स्टाइल सब कितना इंप्रूव हुआ है। यदि 10 साल पहले आप बच्चे थे तो अपने पिताजी माताजी से एक बारी पूछो की क्या हमारे रहन - सहन खाने - पीने का ढंग में कितना बदलाव आया है? होटल जाना, बाहर ठेले पर खाना, कॉल्ड ड्रिंक पीना, टूर पर घूमने जाना... Poor families को एक सेकंड के लिए छोड़ दें तो 10 साल पहले के middle class और आज के वही मिडिल क्लास के बीच कितनी सुविधाएं, खानपान, पहनावा आदि सबमें सकारात्मक बदलाव आया है!
बेरोजगारी चरम पर है।
फिर भी आप आर्थिक रूप से इतना तो सामर्थ्य हुए ही हो की गांव में गरीब के भी घर में आज 2 स्मार्टफोन है, फ्रिज / मोटर / टीवी में से कोई एक चीज है। पंखे लगे हुए हैं, बल्ब जल रही है। गांव से शहर जाने के लिए प्राइवेट वाहनों का प्रयोग सब कर रहे हैं।
हां.. सुख सुविधाएं बहुत बढ़ी है ये बात सच है, परंतु हमारी purchasing power भी उसी अनुपात में बढ़ी है तब तो हम सब सुविधाओं का इस्तेमाल कर पा रहे हैं।
Basic necessities ke दायरे में।कभी बस रोटी कपड़ा और मकान होती थी, आज भी यही 3 चीज है लेकिन, रोटी के साथ 2 सब्जी भी है, कपड़े के काफी सारे कलेक्शन हैं, मकान के अंदर कई संसाधन पड़े हुए हैं!
और ये प्रत्यक्ष दिख रही है। आप अपने खुद पर सब कुछ देख और सोग सकते हैं!
इसके विपरित आप और आपका न्यूज चैनल जो डेटा और फैक्ट्स और तड़का हेडलाइन दिखाकर आपको दिनभर टेंशन में डाल रहे होते हैं, जैसे : खुदरा कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि! मुद्रास्फीति (inflation) इस तिमाही में सबसे ज्यादा! बेरोजगारी दर पिछले 35 महीने में सबसे ज्यादा! देश पर कर्ज बढ़कर हुआ y लाख करोड़! तेल की कीमतों में लगी आग! आलू की कीमत हुई सोने के रफ्तार😃
ये सारी चीजें और खबरें 50 assumptions लेने के बाद पेपर पे कैलकुलेट करी गई फैक्ट्स और नंबर होती है।
असलियत वही है जो आप जी रहे हैं, आप झेल रहे हैं, और आप जिसके साथ खेल रहे हैं। और असली जिंदगी में मैं, मेरा परिवार, मेरे रिश्तेदार, मेरे दोस्त लोग, और मैं जिनको भी जान रहा हूं, उन में से 90% का स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग बहुत हद तक बहुत अच्छी हुई है। और मुझे लगता है आपके साथ भी ऐसा ही है।
जय भारत 🇮🇳